सत्यमेव जयते 🇮🇳
“ज्ञान एक मधुर फल है, जो वर्षों की तपस्या से ही प्राप्त होता है। जैसे सोना अग्नि में तपकर कुंदन बनता है, वैसे ही वर्षों की साधना, धैर्य और समर्पण से छात्र ज्ञानरूपी कुंदन बनते हैं।”
आइए आज हम उन विद्यार्थियों की अनुमोदना करें, जिन्होंने शिक्षा की साधना में वर्षों तक निरंतर तप किया है।
इनका ‘योग’ केवल आसनों तक सीमित नहीं रहा — बल्कि धैर्य, एकाग्रता, लक्ष्य के प्रति पूर्ण समर्पण और निरंतर सकारात्मक कर्म ही इनके शिक्षा-योग का आधार रहे हैं।
हमारे ये योगवीर, ये शिक्षा के तपस्वी, सालों से ज्ञान की गंगा में डुबकी लगाते आए हैं, अपने व्यक्तित्व को हर परीक्षा की भट्ठी में तपाकर, हमारे ये चीते अपने व्यक्तित्व को निखारते रहे हैं।
और इस ओज को वही समझ सकता है — जो स्वयं भी तपा हो, संघर्ष किया हो, और अंततः कुंदन बना हो।
मेरी ओर से हार्दिक शुभकामनाएं सभी सफल विद्यार्थियों को, उनके माता-पिता को, हर उस अनदेखे नायक को, जो इस यात्रा में चुपचाप साथ खड़ा रहा।
और विशेष आभार — एलन परिवार के प्रत्येक शिक्षक, मेंटर, सहयोगी व प्रबंधन के उन सभी स्तंभों को, जिन्होंने शिक्षा को केवल विषय नहीं, बल्कि साधना माना।
संपूर्ण इंदौर को भी नमन, जिसने सदैव ऐसे कर्मवीरों को सिर माथे बैठाया है।
🚩 सत्यमेव जयते 🚩
